5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT मध्यकालीन भारत का इतिहास EXPLAINED

5 Simple Statements About मध्यकालीन भारत का इतिहास Explained

5 Simple Statements About मध्यकालीन भारत का इतिहास Explained

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जिसके बाद उन दोनों भाइयों को दक्षिण विजय के लिये भेजा दिया गया था।

द्वितीय विश्व युद्ध की घोषणा कब हुई और किसने की?

सआदत खान की मृत्यु के बाद, सफ़दर जंग, जिसे मुग़ल साम्राज्य का वज़ीर भी कहा जाता था, अवध का नवाब बना। उनका उत्तराधिकारी उनके चाचा शुजाउद्दौला थे, जिन्होंने एक मजबूत सेना का आयोजन किया जिसमें मुस्लिम और हिंदू दोनों के साथ-साथ नागा और सन्यासी भी शामिल थे। अवध शासक का अधिकार रोहिलखंड तक फैला हुआ था, जो दिल्ली के पूर्व में एक क्षेत्र था, जो बड़ी संख्या में अफगानों का घर था, get more info जिन्हें रोहिल्स कहा जाता था।

हीनयान और महायान के सम्बन्ध में रोचक जानकारी

भारत ने कब लिया ओलंपिक खेलों में पहली बार भाग

तक उन्हें कोई महत्त्वपूर्ण सफलता प्राप्त नहीं हुई। मध्यकालीन भारत में यही वह समय था, जब भारत में सूफ़ी आन्दोलन की शुरुआत हुई। भारत पर अरबों का आक्रमण

भारतीय चित्रकला के प्रकार, अंग और प्रयोजन

ओलंपिक खेलों में भारत ने कब जीता सबसे पहला गोल्ड

सिंध और रजवाड़ों का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय

प्रश्न – मुल्तान पर आक्रमण के समय मुहम्मद गोरी को किस शासक के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा ?

प्रश्न – कुतुबमीनारकी ऊंचाई कितनी है ?

सिंधु घाटी सभ्यता: बुनियादी ढांचा, जीवन शैली और गिरावट

अत: इनमें अंकित तिथियों, लेखों आदि की सत्यता विश्वसनीय होते हैं. ये पुरातात्विक स्रोत ऐतिहासिक स्थलं के उत्खनन के परिणामस्वरूप प्राप्त होते हैं.

कई प्राचीन भारतीय मुद्रा विदेशों में भी प्राप्त हुए हैं. इनसे विदेशों से भी व्यापारिक संबंध का पता चलता है.

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